आज पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की 37 वीं पुण्यतिथि है। आज पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की 37 वीं पुण्यतिथि है।
चीज़ों को सिंपल करना पड़ेगा बाबा जी, ऐसे नहीं चलेगा। चीज़ों को सिंपल करना पड़ेगा बाबा जी, ऐसे नहीं चलेगा।
मैं भी सिर्फ तुम्हें तंग कर रहा था, काग़ज़ तैयार हैं, लो मैडम जी साइन करो और सब मिलकर हँस दिए। मैं भी सिर्फ तुम्हें तंग कर रहा था, काग़ज़ तैयार हैं, लो मैडम जी साइन करो और सब ...
और भी फिर मनुष्य अपने आप को बुद्धिमान समझता है। और भी फिर मनुष्य अपने आप को बुद्धिमान समझता है।
उसके मन में संतुष्टि का भाव था कि उसने कोई पाप नहीं किया था। मानव सेवा करके उसने सही अर्थो में पुण्य... उसके मन में संतुष्टि का भाव था कि उसने कोई पाप नहीं किया था। मानव सेवा करके उसने...
पूरी प्रकृति में ईश्वर का अंश है। मैंने जल ईश्वर को ही अर्पित किया। निर्वाण का ये भी एक पथ है। पूरी प्रकृति में ईश्वर का अंश है। मैंने जल ईश्वर को ही अर्पित किया। निर्वाण का य...